कुछ ऐसी कविताये होती है जो हमें आंदोलित कर देती है और उसकी गूंज कई सालो तक हमारे मन में बसी रहती है . रामधारी सिंह दिनकर ऐसे ही कवियों में से एक हैं . देशभक्ति और ओजस्वी कविताओ के लिए प्रसिद्ध रामधारी सिंह दिनकर हिंदी के प्रसिद्ध लेखक, कवी एवं निबंधकार थे . एक ओर उनकी कविताओ में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की भी अभिव्यक्ति है . वीर रस और राष्ट्रवाद की भावना को बढाने वाली प्रेरणादायक देशभक्तिपूर्ण रचना के कारण उन्हें राष्ट्रकवि (“राष्ट्रीय कवि”) के रूप में सम्मान दिया गया . भारतीय स्वतंत्रता अभियान के समय में उन्होंने अपनी कविताओ से ही जंग छेड़ दी थी . उनकी लिखी कविताएं किसी अनपढ़ किसान को भी उतनी ही पसंद है जितनी कि उन पर रिसर्च करने वाले स्कॉलर को.
आज इस पोस्ट में पढ़िए रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता कलम या कि तलवार। जिसमे उन्होंने कलम के महत्व और उपयोग का उल्लेख किया है । उन्होंने अपने कविता के माध्यम से यह बताया है की व्यक्ति की उपर निर्भर करता है की उसे कलम उठानी चाहिए या तलवार । कलम के माध्यम से अंधेरे कमरे में भी बैठकर वह दिल ही नही बल्कि दिमाग में भी आग लगा सकता है। कलम देश की बड़ी शक्ति है जो लोगो के मन में ऊंचे भाव जगाती है।
दो में से क्या तुम्हें चाहिए कलम या कि तलवार
मन में ऊँचे भाव कि तन में शक्ति विजय अपार
अंध कक्ष में बैठ रचोगे ऊँचे मीठे गान
या तलवार पकड़ जीतोगे बाहर का मैदान
कलम देश की बड़ी शक्ति है भाव जगाने वाली,
दिल की नहीं दिमागों में भी आग लगाने वाली
पैदा करती कलम विचारों के जलते अंगारे,
और प्रज्वलित प्राण देश क्या कभी मरेगा मारे
एक भेद है और वहां निर्भय होते नर-नारी,
कलम उगलती आग, जहाँ अक्षर बनते चिंगारी
जहाँ मनुष्यों के भीतर हरदम जलते हैं शोले,
बादल में बिजली होती, होते दिमाग में गोले
जहाँ पालते लोग लहू में हालाहल की धार,
क्या चिंता यदि वहाँ हाथ में नहीं हुई तलवार
छठ पूजा के कुछ ऐसे गीत है आप कही भी रहे लेकिन जब उसकी आवाज आपके कानो में पड़ती है तो आपको छठ पर्व की याद आने लगाती है . आप चाहे बिहार में हो , भारत के किसी कोने में या फिर भारत से कोसो दूर लेकिन छठ के गीत सुनते ही गाने से छठ पर्व की खुशबु आने लगाती है . गाने का एक एक शब्द सुनकर आपको छठ पर्व से सम्बंधित कई चित्र , यादे आपके आँखों के सामने घुमने लगती है . ये गाना भी उनमे से एक है जिसे शारदा सिन्हा ने गाया है . इस गाने में व्रती अंगना में पोखरा खान रही है क्योंकि आज छठी मैया उनके द्वार आ रही है अर्थात आज छात्र पर्व है इसलिए छठ पर्व के लिए विभिन्न प्रकार की तैयारियां चल रही है। छठी मैया के आगमन की खुशी में द्वार पर तम्बू लगाया जा रहा है , व्रती अपने आंचल से गली को साफ कर रही है । केला का डाला लाया जा रहा है ,हाथ पर कलश बैठने की तैयारी चल रही है ।
Chhath Geet Name
छठि मैया अएतन आज
Album
Singer
शारदा सिन्हा (Sharda Sinha )
Lyricist
शारदा सिन्हा
Music
Charanjit Ahuja
Music Label:
Saregama
Chhathi Maiya Aietan Aaj Lyrics in Hindi
अंगना में पोखरी खनाएब
छठि मैया अएतन आज
छठि मैया अएतन आज
दुअरा पर तम्बुआ तनाएब
छठि मैया अएतन आज
छठि मैया अएतन आज
आंचरा से गलिया बहारब
आंचरा से गलिया बहारब
छठि मैया अएतन आज
छठि मैया अएतन आज
छठि मैया अएतन आज
केलवा डाला भरि लाएब
वोहि पर पीयरि ओढ़ाएब
हाथि पर कलसा बैठाएब
ओहि पर दिया जगमगाए
ओहि पर दिया जगमगाए
ओहि पर दिया जगमगाए
कुछ शब्दों के अर्थ (Meanings of some words):-
पोखरी खनाएब = पोखरा खानना
केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके -Kelwa ke Paat Par
छठ पूजा के कुछ ऐसे गीत है आप कही भी रहे लेकिन जब उसकी आवाज आपके कानो में पड़ती है तो आपकोछठ पर्वकी याद आने लगाती है . आप चाहे बिहार में हो , भारत के किसी कोने में या फिर भारत से कोसो दूर लेकिन छठ के गीत सुनते ही गाने से छठ पर्व की खुशबु आने लगाती है . गाने का एक एक शब्द सुनकर आपको छठ पर्व से सम्बंधित कई चित्र , यादे आपके आँखों के सामने घुमने लगती है . ये गाना भी उनमे से एक है जिसे शारदा सिन्हा ने गाया है . इस गाने में व्रती से जब पूछा जाता है की छठ का ये व्रत आप किसके लिए कर रही है। तो उसके जवाब में व्रती कहती है की हमारा जो बेटा ,बेटी है उसके लिए हम छठ व्रत कर रहे है एवं हमारे जो पतिदेव है उसके लिए भी हम छठ का व्रत कर रहे है ।
Chhath Geet Name
उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवाकेलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके
Album
छठी मईया (Chhathi Maiya)
Singer
शारदा सिन्हा (Sharda Sinha )
Lyricist
शारदा सिन्हा,नरेश सिन्हा,विकल समस्तीपुरी,राम सकल सिंह
Music
Music Label:
T-Series
Kelwa ke Paat Par Uge Lan Suruj Malay Lyrics in Hindi
केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके
केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके
ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके
ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके
हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरतिया से केकरा लागी
हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरतिया से केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हमरो जे बेटवा कवन अईसन बेटवा से उनके लागी
हमरो जे बेटवा कवन अईसन बेटवा से उनके लागी
हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी
हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी
अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके
अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके
ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके
ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हमरो जे स्वामी कवन अईसन स्वामी से उनके लागी
हमरो जे स्वामी पवन अईसन स्वामी से उनके लागी
ए करेली छठ बरतिया से उनके लागी
ए करेली छठ बरतिया से उनके लागी
नारियर के पात पर उगेलन सुरूजमल झांके झूके
नारियर के पात पर उगेलन सुरूजमल झांके झूके
ए करेलू छठ बरतिया से झांके झूके
ए करेलू छठ बरतिया से झांके झूके
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हमरो जे बेटी कवन ऐसन बेटिया से उनके लागी
हमरो जे बेटी कवन ऐसन बेटिया से उनके लागी
ए करेलू छठ बरतिया से उनके लागी
ए करेलू छठ बरतिया से उनके लागी
कुछ शब्दों के अर्थ (Meanings of some words):-
केलवा के पात = केला का पत्ता
उगेलन = उदय होना
सुरुज मल – सूर्यदेव
झांके झुके = छुपकर झाँकना
बारतिया = व्रती
केकरा लागी = किसके लिए
बेटवा = बेटा
अमरूदिया के पात = अमरूद के पत्ता पर
स्वामी = पति
Hinglish Lyrics of the song
Kelawa ke paat par ugelan suruj malay jhanke jhuke
kelawa ke paat par ugelan suruj malay jhanke jhuke
e karelu chhath baratiya se jhanke jhuke
e karelu chhath baratiya se jhanke jhuke
ham tose poochhi baratiya aie baratiya se kekara laagee
ham tose poochhi baratiya aie baratiya se kekara laagee
e karelu chhath baratiya se kekara laagee
e karelu chhath baratiya se kekara laagee
hamaro je betawa kewan aisan betawa se unake laagee
hamaro je betawa kewan aisan betawa se unake laagee
he karelee chhath baratiya se unake laagi
he karelee chhath baratiya se unake laagi
amarudiya ke paat par ugelan surooj malay jhanke jhuke
amarudiya ke paat par ugelan surooj malay jhanke jhuke
e karelu chhath baratiya se jhanke jhuke
e karelu chhath baratiya se jhanke jhuke
ham tose poochhi baratiya aie baratiya se kekara laagee
ham tose poochhi baratiya aie baratiya se kekara laagee
e karelu chhath baratiya se kekara laagee
e karelu chhath baratiya se kekara laagee
hamaro je svaamee kavan ayisan svaamee se unake laagi
hamaro je svaamee kavan ayisan svaamee se unake laagi
e karelee chhath baratiya se unake laagi
e karelee chhath baratiya se unake laagi
nariyar ke paat par ugelan surooj malay jhanke jhuke
nariyar ke paat par ugelan surooj malay jhanke jhuke
e karelu chhath baratiya se jhanke jhuke
e karelu chhath baratiya se jhanke jhuke
ham tose poochhi baratiya aie baratiya se kekara laagee
ham tose poochhi baratiya aie baratiya se kekara laagee
e karelu chhath baratiya se kekara laagee
e karelu chhath baratiya se kekara laagee
hamaro je beti kavan aisan betiya se unake laagi
hamaro je beti kavan aisan betiya se unake laagi
e karelee chhath baratiya se unake laagi
e karelee chhath baratiya se unake laagi
छठ पूजा के कुछ ऐसे गीत है आप कही भी रहे लेकिन जब उसकी आवाज आपके कानो में पड़ती है तो आपको छठ पर्व की याद आने लगाती है . आप चाहे बिहार में हो , भारत के किसी कोने में या फिर भारत से कोसो दूर लेकिन छठ के गीत सुनते ही गाने से छठ पर्व की खुशबु आने लगाती है . गाने का एक एक शब्द सुनकर आपको छठ पर्व से सम्बंधित कई चित्र , यादे आपके आँखों के सामने घुमाने लगाती है . ये गाना भी उनमे से एक है जिसे अनुराधा पौडवाल ने गाया है . इस गाने में व्रती सूरजदेव यानि सूर्य भगवान से जल्दी उगने (सूर्योदय) की प्रार्थना करते है क्यूंकि अर्घ्य देने का समय हो गया है . इस गाने में यह भी बताया गया है की इस छठ पर्व को हर तरह के लोग कर रहे है और अर्घ्य देने के लिए सूर्य भगवान की प्रतीक्षा कर रहे है . इस पर्व को बाँझिन के साथ साथ , अँधा , निर्धन, कोढ़िया, लंगड़ा लोग भी कर रहे है .
Chhath Geet Name
उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवा
Album
छठ पूजा के गीत (Chhath Pooja Ke Geet)
Singer
अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal )
Lyricist
विनय बिहारी (Vinay Bihari)
Music
विनय बिहारी (Vinay Bihari)
Music Label:
T-Series
Uga Ho Suruj Dev Lyrics in Hindi
आ … आ …. आ….
उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो | बड़की पुकारे देव दुनु कर जोरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो ||
बाझिन पुकारें देव दुनु कर जोरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो | अन्हरा पुकारे देव दुनु कर जोरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो ||
आ.. आ.. आ..
निर्धन पुकारे देव दुनु कर जोरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो | कोढ़िया पुकारे देव दुनु कर जोरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो ||
लंगड़ा पुकारे देव दुनु कर जोरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो | उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवा अरघ के रे बेरवा , पूजन के रे बेरवा हो ||
कुछ शब्दों के अर्थ (Meanings of some words):-
भिनसरवा = प्रातःकाल/ सुबह/भोर/सवेरा = Early Morning
उगह = उदय होना = To rise
सूरज देव = सूर्यदेव = Sun
दुनु कर जोरवा = दोनों हाथ जोड़कर = with both hands
अरघ के बेरवा = अर्घ्य का समय = Prayer time
पूजन के रे बेरवा = पूजा का समय = Worship time
अन्हरा = अँधा = Blind
Hinglish lyrics of the song:
Aa … aa …. aa ….
ugah he sooraj dev bhel bhinasarva
aragh ke re berava, poojan ke re berava ho
badki pukare dev dunu kara jodawa
aragh ke re berava, poojan ke re berava ho
banjhin pukare dev dunu kara jodawa
aragh ke re berava, poojan ke re berava ho
anaharore dev dunu karava
aragh ke re berava, prati ke re berava ho
aa… aa… aa..
nirdhan pukare dev dunu kar jodawa
aragh ke re berava, pujan ke re berava ho
kodhiya pukare dev dunu kara jodawa
aragh ke re berava, pujan ke re berava ho
langadaa pukare dev dunu kar jodawa
aragh ke re berava, pujan ke re berava ho
ugah he sooraj dev bhel bhinsarava
aragh ke re berava, pujan ke re berava ho
Happy Chhath Puja 2022 Images, Quotes, Wishes, Messages, Status in Hindi
छठ एक ऐसा पर्व है, जहां समानता और सद्भाव की अनूठी बानगी देखने को मिलती है। प्रकृति से प्रेम, सूर्य और जल की महत्ता का प्रतीक यह पर्व पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देता है। पर्व में जो भी फल या सामान चढ़ाये जाते हैं, जैसे केला, नीम, आम का पत्ता और डाली, बांस से बने सामान जैसे सूप, दऊरा आदि, दीया, सूथनी, आंवला आदि सभी चीजें किसी न किसी रूप से हमारे जीवन से जुड़े हुए है। हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण संतुलन के लिए इनके पौधों का संरक्षण जरूरी है और यहीं संदेश देता है छठ पूजा का यह महापर्व ।
Happy Chhath Puja 2022
फल-फूल, प्रसाद से भरी पूजा की थाली, उगते सूर्य की लाली छठी मईया की कृपा से आपके जीवन में आए सुख-समृद्धि और खुशहाली आपको और आपके पूरे परिवार को छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
उगते सूर्य के पूजन से प्राप्त हो आपको यश कीर्ति अस्त होते सूर्य से मिले अच्छे स्वास्थ्य का वरदान छठी मईया के आशीर्वाद से आपके परिवार में बनी रहे खुशियां अपार आपके पूरे परिवार को छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
सुनहरे रथ पर होकर सवार, सूर्य देव आए हैं आपके द्वार, छठ पर्व की शुभकामनाएं मेरी ओर से करें स्वीकार!
Happy Chhath Puja Quotes in Hindi
छठ का है आज पावन दिन, मिलकर मनाओ प्यारा त्योहार, आज करो सूर्य देव की पूजा, Happy Chhath Puja 2022
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार आनेवाला हर दिन लाए खुशियों का त्योहार इस उम्मीद के साथ आओ भुलाकर सारे गम छठ पूजा का हम सब करे वेलकम छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं! Happy Chhath Puja 2022
आपकी आंखों में सजे हैं जो भी सपने, दिल में छुपी है जो भी अभिलाषाएं, यह छठ पूजा उन्हें सच कर जाए, आपके लिए यही है हमारी शुभकामनाएं
फल-फूल, प्रसाद से भरी पूजा की थाली, उगते सूर्य की लाली छठी मईया की कृपा से आपके जीवन में आए सुख-समृद्धि और खुशहाली आपको और आपके पूरे परिवार को छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
Happy Chhath Puja Photo
नहाय-खाय और खरना से करते हैं छठ के पर्व की शुरुआत लहलहाते रहें खेत-खलिहान, संतान को प्राप्त हो दीर्घायु का आशीर्वाद सभी के परिवार में बनी रहे सुख-समृद्धि, छठ मईया से मांगते हैं यही मुराद छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
छठ पूजा आए बनकर उजाला, खुल जाये आप की किस्मत का ताला, हमेशा आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला, ही दुआ करता है आपका ये चाहने वाला, छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
Happy Chhath Puja Wishes in Hindi
गेहूं का ठेकुआ, चावल के लड्डू खीर,अन्नानास, नीम्बू और कद्दू, छठी मईया करें हर मुराद पूरी हम बाटें घर-घर लड्डू, जय छठी मईया, शुभ छठ पूजा… Happy Chhath Puja 2022
उगते सूर्य के पूजन से प्राप्त हो आपको यश कीर्ति अस्त होते सूर्य से मिले अच्छे स्वास्थ्य का वरदान छठी मईया के आशीर्वाद से आपके परिवार में बनी रहे खुशियां अपार आपके पूरे परिवार को छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
नहाय-खाय और खरना से करते हैं छठ के पर्व की शुरुआत लहलहाते रहें खेत-खलिहान, संतान को प्राप्त हो दीर्घायु का आशीर्वाद सभी के परिवार में बनी रहे सुख-समृद्धि, छठ मईया से मांगते हैं यही मुराद छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं #HappyChhathPuja2022
एक- खूबसूरती ..! एक- ताजगी ..! एक-सपना ..! एक-सचाई ..! एक-कल्पना ..! एक-अहसास ..! एक-अस्था ..! एक-विश्वास ..! यही है छठ की शुरुआत #HappyChhathPuja2022
कुमकुम भरे कदमों से आए सूर्य देव आपके द्वार सुख संपति मिले आपको अपार छठ 2022की शुभकामनाएं करे मेरी स्वीकार आपको छठ पूजा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
Happy Chhath Puja Status in Hindi
मंदिर की घंटी आस्था की थाली ताल तलैया किनारे सूरज की लाली जीवन में आए खुशियों की बहार शुभ लाभ हो आपको यह छठ का त्यौहार। । #HappyChhathPuja2022
मन में जितनी आस हो पूर्ण करेंगी छठी मैया मन विचार को शुद्ध करके जो बोले जय छठी मैया। ।
नारियल ठेकुआ फल फूल चढ़ाऊं , मैया दरस को तेरी आऊं देना मुझे बस इतना सामर्थ , तेरा ही होकर जीवन बिताऊं। । HappyChhathPuja2022
उगता सूरज है जीवन में प्रकाश लेकर आता है भारत की संस्कृति देखो डूबता भी पूजा जाता है घाट किनारे सुंदर छटा सुबह शाम देखी जाती है #HappyChhathPuja2022
ठेकुआ का स्वाद हो गन्ने की मिठास हो मिले जो आशीष मैया का तब कोई ना उदास हो। । HappyChhathPuja2022
Happy Chhath Puja Quotes
May this Chhath Puja brings Blessings and happiness in your way May all your dreams come true And all evils shed away. Happy Chhath Puja 2022
C= chant H=heaven H = Holy A = almighty T = together h =hallowed p =pious u =upbeat j =jubilation a =awesome
आँसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा (कविता)
– गोपालदास “नीरज”(Gopaldas Neeraj)
आँसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा जहाँ प्रेम का चर्चा होगा, मेरा नाम लिया जाएगा
मान-पत्र मैं नहीं लिख सका, राजभवन के सम्मानों का मैं तो आशिक़ रहा जन्म से, सुंदरता के दीवानों का लेकिन था मालूम नहीं ये, केवल इस ग़लती के कारण सारी उम्र भटकने वाला, मुझको शाप दिया जाएगा
खिलने को तैयार नहीं थी, तुलसी भी जिनके आँगन में मैंने भर-भर दिए सितारे, उनके मटमैले दामन में पीड़ा के संग रास रचाया, आँख भरी तो झूम के गाया जैसे मैं जी लिया किसी से, क्या इस तरह जिया जाएगा
काजल और कटाक्षों पर तो, रीझ रही थी दुनिया सारी मैंने किंतु बरसने वाली, आँखों की आरती उतारी रंग उड़ गए सब सतरंगी, तार-तार हर साँस हो गई फटा हुआ यह कुर्ता अब तो, ज़्यादा नहीं सिया जाएगा
जब भी कोई सपना टूटा, मेरी आँख वहाँ बरसी है तड़पा हूँ मैं जब भी कोई, मछली पानी को तरसी है गीत दर्द का पहला बेटा, दुख है उसका खेल-खिलौना कविता तब मीरा होगी जब, हँसकर ज़हर पिया जाएगा
जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना, उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है
– गोपालदास “नीरज”(Gopaldas Neeraj)
जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना, उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है।
जिस वक़्त जीना गैर मुमकिन सा लगे,
उस वक़्त जीना फर्ज है इंसान का,
लाजिम लहर के साथ है तब खेलना,
जब हो समुन्द्र पे नशा तूफ़ान का
जिस वायु का दीपक बुझना ध्येय हो उस वायु में दीपक जलाना धर्म है।
हो नहीं मंजिल कहीं जिस राह की
उस राह चलना चाहिए इंसान को
जिस दर्द से सारी उम्र रोते कटे
वह दर्द पाना है जरूरी प्यार को
जिस चाह का हस्ती मिटाना नाम है उस चाह पर हस्ती मिटाना धर्म है।
आदत पड़ी हो भूल जाने की जिसे
हर दम उसी का नाम हो हर सांस पर
उसकी खबर में ही सफ़र सारा कटे
जो हर नजर से हर तरह हो बेखबर
जिस आँख का आखें चुराना काम हो उस आँख से आखें मिलाना धर्म है।
जब हाथ से टूटे न अपनी हथकड़ी
तब मांग लो ताकत स्वयम जंजीर से
जिस दम न थमती हो नयन सावन झड़ी
उस दम हंसी ले लो किसी तस्वीर से
जब गीत गाना गुनगुनाना जुर्म हो तब गीत गाना गुनगुनाना धर्म है।
हमारे देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल थी। मगर अब इस लिस्ट में द्रौपदी मुर्मू का नाम भी जुड़ गया है . वह न सिर्फ भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी है बल्कि भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति भी बनी है . उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया है . अब तक द्रौपदी मुर्मू के बारे में बहुत लोग नहीं जानते थे लेकिन राष्ट्रपति बनते ही हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है . तो चलिए आज इस पोस्ट में आपको द्रोपदी मुर्मू की बायोग्राफी (Draupadi Murmu Biography) बताते है .
Draupadi Murmu Biography
नाम
द्रौपदी मुर्मू
पिता का नाम
बिरांची नारायण टुडू
पति
श्याम चरण मुर्मू
जन्म तिथि
20 जून 1958
जन्म स्थान
ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदपोसी गांव में
आयु
64 वर्ष (2022 में )
जाति
अनुसूचित जनजाति
बेटी
इतिश्री मुर्मू
संपत्ति
10 लाख
द्रौपदी मुर्मू कौन है?
द्रौपदी मुर्मू एक सांसद और भाजपा की नेता है। वह झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी है। द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला गवर्नर भी रह चुकी है। वह आदिवासी संथाल परिवार से आती है। ऐसे में राष्ट्रपति पद बनने के बाद पूरे आदिवासी समाज की नजर उन पर है, ताकि वे आदिवासियों की स्थिति सुधार सकें।
द्रौपदी मुर्मू का जन्म और परिवार (Birth and Family of Draupadi Murmu)
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 के दिन आदिवासी परिवार में ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदपोसी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरंचि नारायण टुडे था। अपने गांव के सरपंच थे। द्रोपदी मुर्मू का विवाह शरण मुर्मू से हुआ। उनके तीन बच्चे हैं पर दुर्भाग्य से उनके दो बेटे और उनके पति की मौत हो गई और वे सिर्फ अपनी इकलौती बेटी के साथ रहती हैं। जिसका नाम की इतिश्री मुर्मू है
द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा (Draupadi Murmu’s education)
जैसा कि अभी मैंने बताया कि द्रौपदी मुर्मू का जन्म बहुत ही पिछड़े आदिवासी इलाके में हुआ था। उनका बचपन अभाव एवं गरीबी में बिता । तबभी भी उन्होंने उन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके ही इलाके के प्राथमिक स्कूल में हुई और ग्रेजुएशन के लिए वह भुवनेश्वर शहर गई। उसके बाद भुवनेश्वर शहर में ही रामा देवी महिला कॉलेज में दाखिला लिया और स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
सिंचाई विभाग में क्लर्क की नौकरी की
द्रौपदी मुर्मू ने स्नातक के बाद अपने कैरियर की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी। वह रायरंगपुर में श्री इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में सहायक शिक्षिका के रूप में काम करती थी। उसके बाद उन्होंने ओडिशा सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर असिस्टेंट की नौकरी मिली ।
द्रौपदी मुर्मू का पॉलिटिक्स करियर (Draupadi Murmu’s political career)
द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में उड़ीसा के रायपुर नगर पंचायत का चुनाव लड़ी और जीती भी। और इसी किसी के साथ उनका राजनीतिक करियर भी यहीं से शुरू होता है l 2000 में रायपुर से पहली बार विधायक बनी। उसके बाद उन्हें 2002 से 2004 के बीच भाजपा सरकार में मंत्री भी रही।
इसके अलावा वे 2002 से 2009 तक भारतीय जनता पार्टी की अनुसूचित जाति के मोर्चे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी मेंबर बनी।
18 मई 2015 के दिन द्रौपदी मुरमू झारखंड का राज्यपाल बनाया गया और 12 जुलाई 2021 तक राज्यपाल के तौर पर सेवा देने के बाद उनका नाम राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर आगे आया है।
द्रौपदी मुर्मू को दिए गए पुरस्कार
2007 में ओडिशा विधानसभा के द्वारा द्रौपदी मुर्मू को नीलकंठ पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए दिया गया था।
द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति (Draupadi Murmu’s property)
द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति अन्य राजनेताओं की तुलना में काफी कम है उनकी संपत्ति केवल 10 लाख रुपए की है।
FAQ’s -Draupadi Murmu Biography Hindi
द्रौपदी मुर्मू कौन है?
द्रौपदी मुर्मू वर्तमान में भारत की राष्ट्रपति है .
द्रौपदी मुर्मू कहाँ की रहने वाली है?
द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू का जन्म कब हुआ था ?
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था .
द्रौपदी मुर्मू के पति का नाम क्या है?
द्रौपदी मुर्मू के पति का नाम श्याम चरण मुर्मू है .
द्रौपदी मुर्मू किस समुदाय से ताल्लुक रखती हैं?
द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती है .
भारत के राष्ट्रपति कौन है ?
द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू के माता-पिता का नाम क्या है?
द्रौपदी मुर्मू के पिता का नाम बिरांची नारायण टुडू है .