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क्या बताएँ आपसे हम हाथ मलते रह गए – हुल्लड़ मुरादाबादी (Hullad Moradabadi)
क्या बताएँ आपसे हम हाथ मलते रह गए – हुल्लड़ मुरादाबादी हास्य कवि के रूप में प्रसिद्ध हुल्लड़ मुरादाबादी का ...
कलम या कि तलवार – रामधारी सिंह दिनकर
कलम या कि तलवार कुछ ऐसी कविताये होती है जो हमें आंदोलित कर देती है और उसकी गूंज कई सालो ...
अन्तिम ऊँचाई – कुँवर नारायण (Kunwar Narayan)
अन्तिम ऊँचाई (कविता) कुँवर नारायण (Kunwar Narayan) कितना स्पष्ट होता आगे बढ़ते जाने का मतलब अगर दसों दिशाएँ हमारे सामने ...
जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना, उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है: गोपालदास “नीरज”
जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना, उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है – गोपालदास “नीरज”(Gopaldas Neeraj) जिन मुश्किलों में मुस्कुराना ...
रोने वाला ही गाता है – गोपालदास “नीरज” (Gopaldas Neeraj)
रोने वाला ही गाता है (कविता) – गोपालदास “नीरज”(Gopaldas Neeraj) रोने वाला ही गाता है ! मधु-विष हैं दोनों जीवन ...
चलना हमारा काम है – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ (Shiv mangal Singh Suman)
चलना हमारा काम है शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ (Shiv mangal Singh Suman) गति प्रबल पैरों में भरी फिर क्यों रहूं ...
सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा – काका हाथरसी
सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा काका हाथरसी सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा हम भेड़-बकरी इसके यह ...
पिछड़ा आदमी – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
पिछड़ा आदमी हिंदी कविता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जब सब बोलते थे वह चुप रहता था, जब सब चलते ...
देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता हिंदी कविता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना यदि तुम्हारे घर के एक कमरे ...
पाँव बढ़ाना चलते जाना – सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
पाँव बढ़ाना चलते जाना – हिंदी कविता सर्वेश्वरदयाल सक्सेना हँसा ज़ोर से जब, तब दुनिया बोली इसका पेट भरा ...