जानिए पद्म विभूषण , पद्म भूषण , पद्म श्री के बिच का अंतर

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जानिए पद्म विभूषण , पद्म भूषण , पद्म श्री के बिच का अंतर

पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है जो भारत सरकार  द्वारा भारतीय नागरिको को असाधरण कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है । भारत का सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार भारत रत्न है जिसकी शुरुआत  2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गयी थी . उस समय किवल जीवित व्यक्ति ही इस पुरस्कार को प्राप्त कर सकते थे पर बाद में इसे मरणोपरांत भी दिया जाने लगा . आज हम आपको बताने जा रहे है भारत के तिन प्रमुख नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण , पद्म भूषण और पद्म श्री के बारे में –

शुरुआत 

पद्म श्रेणी के पुरस्कार की शुरुआत 1954 में की गयी थी . प्रत्येक साल के 26 जनवरी को पद्म पुरस्कार पाने वाले नागरिको की घोषणा की जाती है . हालाँकि 1978 ,1979 और 1993-1997 के बीच किन्ही विशेष कारणों से  पद्म पुरस्कारों का वितरण नहीं किया गया था . पद्म पुरस्कार तिन प्रकार के होते है – पद्म पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री  . पद्म पुरस्कार शासकीय सेवको द्वारा प्रदत सेवा के साथ साथ किसी भी क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है .

कौन करता है सिफारिश 

पद्म पुरस्कारों की सिफारिश राज्य सरकार/संघ राज्य प्रशासन, केन्द्रीय मंत्रालय या विभागों के साथ साथ उत्कृष्ट संस्थानों द्वारा किया जाता है ।  इसके बाद एक समिति इन नामों पर विचार करती है। पुरस्कार समिति जब एक बार सिफारिश कर देती है फिर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रपति इस पर अपना अनुमोदन देते हैं और इसके बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन सम्मानों की घोषणा की जाती है।

पद्म विभूषण

पद्म विभूषण पद्म पुरस्कारों में सर्वोच्च होता है और यह भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है . यह पुरस्कार किसी भी क्षेत्र में असाधारण और उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किया जाता है .  इस सम्मान में पुरस्कार के रूप में  1-3/16 इंच का कांसे का एक बिल्ला मिलता है. जिसके केंद्र में एक कमल का फूल होता है. इसमें सफेद रंग में फूल की पत्तियां होती हैं. इस फूल के ऊपर नीचे पद्म विभूषण देवनागरी लिपि में लिखा होता है. वहीं इस बिल्ले के पिछले हिस्से में अशोक चिन्ह बना होता है.

पद्म भूषण

पद्म भूषण पुरस्कार पद्म पुरस्कारों में दुसरे  स्थान पर आता है . यह भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है . इस सम्मान में भी कांसे का बिल्ला दिया जाता है जो 1-3/16 इंच का होता है। इसमें भी बीच में कमल का फूल बना होता है जिसकी तीन पत्तियां इसे घेरे रहती हैं। इस फूल के ऊपर नीचे पद्मभूषण लिखा रहता है।

पद्म श्री 

पद्म श्री पुरस्कार पद्म पुरस्कारों में तीसरे स्थान पर आता है . यह पुरस्कार भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार होता है . इस पुरस्कार में भी कांसे का एक बिल्ला दिया जाता है जिसके बिच में कमल का फुल बना होता है . इस फुल के ऊपर निचे पद्म श्री लिखा रहता है .

बदलाव 

इस तरह के सम्मानों के लिए पारदर्शिता लाने के प्रयास में साल 2017 में सरकार ने सम्मानों के लिए किये जाने वाली नामांकन प्रक्रिया के नियमो में कुछ बदलाव कर दिए | एक अलग से पोर्टल बनाया गया जिस पर न केवल राज्य सरकार या मंत्रालय या विभाग बल्कि एक आम व्यक्ति भी नामांकन कर सकता है | साथ ही सिफारिश करने वाले को अपना आधार नंबर और दूसरी कई जानकारियां साझा करना अनिवार्य किया गया है | इस पोर्टल के अलावा दूसरे किसी तरीके से कोई सिफारिशें स्वीकार नहीं की जाती है |

पद्म पुरस्कार से जुड़े तथ्य 

  1. एक वर्ष में  प्रदान किए जाने वाले कुल पद्म पुरस्कारों की संख्या (मरणोपरान्त तथा विदेशियों को दिए जाने वाले पुरस्कारों को छोड़कर) 120 से अधिक नहीं होनी चाहिए ।
  2. इस अलंकरण में राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और मुहर से जारी की गई एक सनद (प्रमाण-पत्र) तथा तमगा (मेडल) शामिल होता है। प्रत्येक पुरस्कार विजेता के संबंध में संक्षिप्त परिचय वाली एक स्मारिका भी समारोह वाले दिन जारी की जाती है।
  3. पुरस्कार प्राप्तकतार्ओं को तमगा (मेडल) के साथ एक प्रीतिकृति  भी प्रदान की जाती है, जिसे वे अपनी इच्छानुसार किसी भी समारोह/राजकीय समारोहों आदि में पहन सकते हैं।
  4. यह पुरस्कार कोई पदवी नहीं है और इसे पत्र-शीर्षों, निमंत्रण पत्रों, पोस्टरों, पुस्तकों आदि पर पुरस्कार वजेता के नाम के आगे या पीछे उल्लिखित नहीं किया जा सकता है। इसके दुरुपयोग करने पर चूककर्ता को इस पुरस्कार से वंचित कर दिया जाएगा।
  5. इन पुरस्कारों के साथ कोई नकद भत्ता अथवा रेल/हवाई यात्रा आदि के रूप में कोई रियायत प्रदान नहीं की जाती है।
  6. पुरस्कार समिति का गठन प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है|
  7. नामांकन आमंत्रित करने की तिथि तथा नामांकन/सिफ़ारिश प्राप्त करने की अंतिम तिथि क्रमशः 1 मई तथा 15 सितंबर है। इस अविध के दौरान प्राप्त नामांकनों पर ही विचार किया जाता है।

जिन तरह के क्षेत्रों में पद्म पुरस्कार दिए जाते है वो निम्न है

  • कला के क्षेत्र में जैसे कि संगीत , पेटिंग , फोटोग्राफी आदि |
  • सामाजिक कार्य
  • विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में |
  • व्यापारिक क्षेत्रों में
  • शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र |
  • प्रशासनिक सेवा में |
  • खेल कूद में |
  • और भी बहुत से क्षेत्र |

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