hindi kavita

मौत से ठन गई – अटल बिहारी वाजपेयी 

Amit Kumar Sachin

मौत से ठन गई – अटल बिहारी वाजपेयी  हिंदी कविता    ठन गई! मौत से ठन गई! जूझने का मेरा ...

दिया जलाना कब मना है? – हरिवंशराय बच्चन

Amit Kumar Sachin

दीवा जलाना कब मना है? – हरिवंशराय बच्चन DIYA JALANA KAB MANA HAI – HARIVANSH RAI BACHCHAN कल्पना के हाथ ...

ये बात ज़माना याद रखे मज़दूर हैं हम मजबूर नहीं – कांति मोहन सोज़

Amit Kumar Sachin

ये बात ज़माना याद रखे मज़दूर हैं हम मजबूर नहीं – कांति मोहन सोज़   ये बात ज़माना याद रखे ...

TUMHARE NAM KI EK KHUBSURAT SHAM HO JAYE- BASHIR BADRA

तुम्हारे नाम की इक ख़ूबसूरत शाम हो जाये – बशीर बद्र

Amit Kumar Sachin

तुम्हारे नाम की इक ख़ूबसूरत शाम हो जाये (कविता ) – बशीर बद्र  TUMHARE NAME KI EK KHUBSURAT SHAM HO ...

us par na jane kya hoga hariwansh ray bachchan

US PAR NA JANE KYA HOGA -HARIvANSH RAI BACHCHAN

Amit Kumar Sachin

उस पार (हिंदी कविता ) – हरिवंश राय बच्चन  इस पार, प्रिये मधु है तुम हो, उस पार न जाने ...

कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी  – कफ़ील आज़र अमरोहवी

Amit Kumar Sachin

कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी – कफ़ील आज़र अमरोहवी   कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी कब तलक स्कूल के ...

ऐ वतन याद है किसने तुझे आजाद किया – जानकी वल्लभ शास्त्री

Amit Kumar Sachin

ऐ वतन याद है किसने तुझे आजाद किया जानकी वल्लभ शास्त्री ऐ वतन याद है किसने तुझे आज़ाद किया ? ...

बेसन की सोंधी रोटी पर  खट्टी चटनी जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली

Amit Kumar Sachin

बेसन की सोंधी रोटी पर  खट्टी चटनी जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली   बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी ...

GULABI CHUDIYA-NAGARJUN

Amit Kumar Sachin

गुलाबी चूड़ियाँ नागार्जुन जब भी कभी नागार्जुन जी का नाम दिमाग में आया सबसे पहले गुलाबी चूड़ियाँ ही याद आई ...

nar ho na nirash karo man ko

नर हो न निराश करो मन को – मैथिलीशरण गुप्त

Amit Kumar Sachin

नर हो, न निराश करो मन को  मैथिलीशरण गुप्त (MAITHILI SHARAN GUPT)   कुछ काम करो, कुछ काम करो जग ...