जानिए- कौन हैं IBM के नये CEO अरविंद कृष्णा

0
2921
arvind krishna ibm biography

ये भारत के लिए गौरव की बात है की IBM जैसी नामी कंपनी में भारतीय मूल के अरविंद कृष्णा को CEO बनाया गया है . यह पहली बार नहीं है जब किसी भारतीय को इतनी बड़ी कम्पनी का सीईओ बनाया गया है . अरविंद कृष्णा  प्रमुख अमेरिकी टेक समूह के चौथे भारतीय मूल के CEO होंगे. इस सूची में माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, गूगल के सुंदर पिचाई और एडोब के शांतनु नारायण का नाम शामिल है. तो चलिए जानते है की कौन हैं अरविंद कृष्णा, कहां से की है पढ़ाई, क्यों दिया गया उन्हें इतना महत्वपूर्ण पद.

arvind krishna ibm biography

ARVIND KRISHNA BIOGRAPHY HINDI

जानिए कौन है अरविंद कृष्णा

अरविन्द कृष्णा का जन्म 1962 को वेस्ट गोदावरी आँध्र प्रदेश में हुआ था . उनके पिता का नाम मेजर जनरल विजय कृष्णा था जो इंडियन आर्मी में काम करते थे . उनकी माता का नाम आरती कृष्णा था जो इंडियन आर्मी की विधवाओ के कल्याण का काम कराती थी .

शुरूआती जीवन और शिक्षा 

अरविन्द कृष्णा ने स्कूल की पढाई  St Joseph’s Academy, Dehradun से की और इंटर की पढाई Stanes SchoolCoonoorTamil Nadu से की . इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT KANPUR) उत्तर प्रदेश , भारत (1980 से 1985 तक) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर इन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की . इसके बाद वे आगे की पढाई के लिए अमेरिका चले गए . अरविंद कृष्ण ने 1990 में  यूनिवर्सिटी ऑफ इलनॉइज, अर्बाना शैंपेन से इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएच.डी. की पढ़ाई की.

1990 में ज्वाइन की IBM

पीएचडी की पढाई के बाद अरविन्द कृष्णा ने 1990 में आईबीएम कंपनी ज्वाइन कर ली . वो आईबीएम के क्लाउड और कॉग्न‍िटिव सॉफ्टवेयर (IBM’s cloud and cognitive software) में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट के पद पर थे जहां वे आईबीएम बिजनेस यूनिट का नेतृत्व करते थे .अरविंद कृष्णा की जिम्मेदारियों में आईबीएम क्लाउड, आईबीएम सिक्योरिटी और कॉग्निटिव एप्लिकेशन बिजनेस और आईबीएम रिसर्च भी शामिल था . 2018 में 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर में रेड हैट के आईबीएम के अधिग्रहण का श्रेय अरविन्द कृष्णा को दिया जाता है.

arvind krishna ibm biography

आईबीएम का स्थापना

आईबीएम (इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स कॉर्प) का स्थापना 16 जून 1911 को की गई थी। कम्प्यूटर कंपनियों में आईबीएम एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसने अब तक तीन नोबेल पुरस्कार, चार टूरिंग पुरस्कार, पांच राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी पदक तथा पांच राष्ट्रीय विज्ञान पदक जीते हैं। 1981 में आईबीएम ने पर्सनल कम्प्यूटर्स की बिक्री शुरू की जिसने आईबीएम को जल्द ही दुनिया की श्रेष्ठतम कंपनियों में एक बना दिया।

उनके प्रतिभा से खुश होकर निदेशक मंडल ने बनाया सीईओ 

31 जनवरी 2020 कंपनी के निदेशक मंडल ने गिन्नी रोमेटी  के स्थान पर अरविन्द कृष्णा  को कंपनी के नए सीईओ के रूप में चुना है। अरविंद कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्य भी होंगे। आईबीएम की मौजूदा सीईओ गिन्नी रोमेटी करीब 40 साल से कंपनी से जुड़ी हैं। वे इस साल के आखिर में सेवानिवृत्त होंगी। आईबीएम के सीईओ पद पर अरविंद की नियुक्ति छह अप्रैल को होगी।

सीईओ चुने जाने पर कंपनी की एक प्रेस रिलीज में अरविंद ने कहा,

“मैं IBM का नया कार्यकारी अधिकारी चुने जाने को लेकर रोमांचित हूं। गिन्नी और निदेशक मंडल ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, मैं उसके लिए आभारी हूं।”

वह एक प्रमुख अमेरिकी टेक समूह के चौथे भारतीय मूल केCEO होंगे. इस सूची में माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, गूगल के सुंदर पिचाई और एडोब के शांतनु नारायण का नाम शामिल है.

Leave a Reply