वैसे तो आजकल जींस पहनना फैशन का अहम हिस्सा बन चूका है फिर भी अगर आप जींस पहनते होंगे तो जींस के दाये तरफ दी गयी छोटी सी पॉकेट के बारे में जरुर सोचा होगा . आपके मन में भी ये सवाल आया होगा की आखिर जींस में इतनी छोटी पॉकेट क्यों दी जाती है . बहुत सारे लोगो से पूछने पर वे ये बताते है की ये पॉकेट खुदरा सिक्के रखने के लिए बनायीं गयी है लेकिन ये सच नहीं है . तो चलिए हम आपको आज बताते है की ये छोटी सी पॉकेट देने के पीछे की क्या कहानी है ….
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मजदूरो के लिए बना था जींस
जींस का इतिहास काफी पुराना है . आपको जानकर यह आश्चर्य होगा की जिस जींस को हमलोग अपने लुक्स को बेहतर बनाने के लिए पहनते है दरअसल उसका अविष्कार मजदूरो के लिए किया गया था . जींस को शुरुआत में नाविक एवं श्रमिक ही पहनते थे . जींस की जेब पर लगने वाले छोटे बटन भी मजदूरो को ध्यान में रखकर ही लगाये जाते थे . क्युकी मजदुर भरी भरकम करते थे . इसलिए इस बटनों को लगा देने से जींस की सिलाई मजबूत हो जाती थी और जींस कई दिनों तक काम में लायी जा सकती थी .लेकिन कालांतर में इन जींस के बटनों को डिजाईन मान लिया गया
चैन वाली घडियो को रखने के लिए बना था पॉकेट
जींस में सबसे पहले छोटा पॉकेट 1873 में जींस बनाने वाली कम्पनी लेवी स्ट्रास ने दी थी .लेवी स्ट्रॉस की इस कपंनी को अब लिवाइस नाम से जाना जाता है. आपने देखा होगा कि जींस की दाईं ओर एक छोटी से पॉकेट होती है जिसमें एक दो सिक्कों के अलावा शायद ही कुछ रखा जा सकता है. दरअसल ये पॉकेट इसलिए दी गयी थी ताकि अमेरिकी काऊबॉय इसमे अपनी चेन वाली घड़ियाँ सुरक्षित रख सके . उस समय पॉकेट में चेन वाली घडियो की रखने का फैशन था . इन्ही घडियो को टूटने से बचने के लिए लिवाइस ने यह छोटी पॉकेट जींस में देना शुरू कर दिया था. जिसके कारण इस पॉकेट को वाच पॉकेट बोला जाता था .
कौन थे काऊबॉयज
नॉर्थ अमेरिका में जानवरों की देखभाल करने वाले और उन्हें हांकने वालो को काऊबॉयज बोला जाता था . ये घोड़े पर चढ़कर अपने कम को अंजाम देते थे .सबसे पहले ये स्पेन में शुरू हुआ .फिर धीरे धीरे कई यूरोपीय देश और अमेरिका में पंहुचा .काऊबॉयज अपने साथ चेन वाली घडिया लेकर चलते थे और इसे वेस्टकोट पर पहने थे . इन्ही के लिए लिवाइस ने यह छोटी पॉकेट जींस में देना शुरू किया
अब खुले पैसे रखने के लिए होता है इस्तेमाल
चूँकि अब चेन वाली घडियो का चलन बंद हो गया है लेकिन जींस बनाने वाली कम्पनी ने बिना वजह जाने ही आज भी जींस में पॉकेट बना देती है ताकि जींस स्टाइलिश दिखे . अधिकतर जींस में कम से कम पांच पॉकेट जरूर होते हैं। दो पीछे दो आगे और एक सामने वाली छोटी वॉच पॉकेट. आजकल लोग इस छोटे पॉकेट का इस्तेमाल खुले पैसे ,सिम कार्ड , मेमोरी चिप्स ,टिकट ,पर्सनल चीजो को रखने के लिए करते है .लिवाइस ने यह भी बताया यह पॉकेट पॉपुलर होने के बाद फ्रंटियर पॉकेट ,मैच पॉकेट आदि के नाम से ज्यादा पुकारा जाता है।