गौतम अडानी को कौन नहीं जानता ! गौतम अडानी अदानी ग्रुप के संस्थापक है। गौतम अडानी अरबपति उद्योगपति है। परोपकार में इनका नाम सबसे पहले आता है। आइए आज ऐसी महान शख्सियत के बारे में हम जानते हैं। आज के इस पोस्ट में हम गौतम अडानी का जन्म, शुरुआती जीवन, शिक्षा, पत्नी, बच्चे, परिवार बिजनेस में सफलता, उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्य सभी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे आज क्योंकि आज हम गौतम अदानी की बायोग्राफी जानेंगे।
गौतम अडानी कौन है?
गौतम अडानी को आजकल कौन नहीं जानता!वह भारत के प्रसिद्ध अरबपति उद्योगपति है। उनका नाम परोपकार में सबसे पहले आता है। उनकी अदानी ग्रुप इंटरनेशनल ग्रुप है। जिनका व्यापार दुनियाभर में फैला हुआ है। अदानी ग्रुप का मुख्य कार्यालय गुजरात अहमदाबाद में है। गौतम अडानी और का ग्रुप हमेशा देश हित में ही कार्य करता है।
गौतम अडानी का जन्म शुरुआती जीवन शिक्षा और धर्म
गौतम अडानी का जन्म मध्यमवर्गीय जैन परिवार में हुआ था। उनका जन्म 24 जून 1962 के दिन गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। गौतम अडानी के साथ भाई बहन थे। गौतम अडानी के पिता एक छोटे से कपड़ा व्यापारी थे। गौतम अडानी की शुरुआती पढ़ाई अहमदाबाद के ‘सेठ सीएन विद्यालय स्कूल’ से हुई। गौतम अडानी मैं पढ़ाई बहुत ही कम की है। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन भी पूरी नहीं की जब गुजरात विश्वविद्यालय में उन्होंने वाणिज्य में ग्रेजुएशन के लिए एडमिशन लिया मगर अगले ही साल उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी।
गौतम अडानी का परिवार
गौतम अडानी के माता का नाम ‘शांता अडानी’ था। और उनके पिता का नाम ‘शांतिलाल अडानी’ था। उनके सात भाई बहन से उनके सबसे बड़े भाई का नाम मनसुखभाई अदानी था। वर्तमान समय में गौतम अडानी की पत्नी का नाम
प्रीति अडानी और उनके दो बेटे हैं जिनका नाम करण अदानी और जीत अदानी है।
गौतम अडानी ने कम पढ़े लिखे होने के बावजूद भी आज करोड़पतियों की लिस्ट में इनका नाम आता है। चलिए आइए जानते हैं कि गौतम अडानी ने अपने बिजनेस में सफलता पाई।
गौतम अडानी के द्वारा किए गए व्यापार
गौतम अडानी को व्यवसाय में बहुत रुचि था। उन्होंने अपने पिता के कपड़े के व्यवसाय को नहीं संभाला, बल्कि उन्हें
अपने दम पर कुछ करने का जुनून सवार था। इसीलिए उन्होंने अपने जीवन काल में बहुत सारे बिजनेसेस खोलें। आइए वह बिजनेस कौन सा है समझते हैं।
गौतम अडानी मैं जब 1970 में अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ कर मुंबई आ गए तब उन्होंने महिंद्रा ब्रदर कंपनी के मुंबई
के एक शाखा में नौकरी की नौकरी के साथ-साथ उन्होंने अपना दिमाग चलाया और व्यापार के नीति नियम समझकर कुछ ही सालों में वहां के आभूषण के सबसे बड़े मार्केट में अपना खुद का डायमंड ब्रोकरेज खोल दिया।
गौतम अडानी में 1981 में एक्सपोर्ट इंपोर्ट में भी अपना हाथ आजमाया, वहां पर खूब सफल मिली। दरअसल उनके भाई मनसुख भाई अदानी ने अहमदाबाद में पीवीसी की फैक्ट्री खोली थी वे उस फैक्ट्री संभालते थे। तभी उन्हें पीवीसी यूनिट
को एक्सपोर्ट करने का आइडिया आया।
पीवीसी यूनिट के एक्सपोर्ट बिजनेस में सफलता हासिल करने के बाद गौतम अडानी ने 1985 में पॉलीमर आयात करने का व्यवसाय शुरू किया। बाद में 1988 में उन्होंने अदानी एक्सपोर्ट्स की स्थापना की जिसमें वह पॉलीमर के साथ-साथ कृषि और बिजली से चलने वाले उपकरण भी आयात करते थे।
1990 के बाद से जब भारतीय सरकार आयात पर अधिक जोर देने लगी तब मुद्रा पोर्ट की मैनेजमेंट प्राइवेट कंपनियों के
लिए खोला। उस समय गौतम अडानी को मुंद्रा पोर्ट के मैनेजमेंट का काम मिला तब तक वह गौतम अडानी ने मेटल, टेक्सटाइल, एग्रीकल्चर प्रोडक्ट, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बेचना शुरू कर चुके हैं। मुंद्रा पोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद गौतम अडानी की जिंदगी बदलने वाली थी।
आज के समय में भारत में पोर्ट कोर्ट निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बंदरगाह है। यहां 1 साल में लगभग 210 मिलियन टर्न
कार्गो संभालने की क्षमता है।
जब पावर प्लांट की स्थापना की
गौतम अडानी में एक्सपोर्ट इंपोर्ट में अपार सफलता हासिल करने के बाद अब वह कुछ नए ट्रैक्टर में अपना हाथ आजमाना चाहते थे। इसके लिए अदानी पावर कंपनी की शुरुआत की आज गौतम अडानी के द्वारा स्थापित किया गया। पावर प्लांट देश का सबसे बड़ा थर्मल पावर प्लांट प्लांट की क्षमता 4620 मेगावाट है।
4 बिलियन डॉलर में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को खरीद!
गौतम अडानी पावर पॉइंट और एक्सपोर्ट इंपोर्ट में सफलता के बाद उन्होंने भविष्य में आने वाली सोलर एनर्जी की कीमत
को समझा और 2020 में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया 4 बिलियन डॉलर में खरीदा! यह बोली विश्व की सबसे बड़ी बोली थी। किसी कंपनी के जरिए अदानी ग्रुप में 8000 मेगावॉट की फोटोवोल्टिक बिजली प्रोजेक्ट शुरू किया।
गौतम अडानी की कुल संपत्ति
2022 में गौतम अडानी की कुल संपत्ति 2010 USD$है यह मुकेश अंबानी से भी ज्यादा है। गौतम अडानी का नाम भारत के प्रमुख अरबपति उद्योगपति के लिस्ट में आता है।
गौतम अडानी के द्वारा किए गए सामाजिक कार्य
अदानी फाउंडेशन की शुरुआत 1996 में हुई जिसका मुख्य उद्देश्य देश हित में कार्य करना था। गौतम अदानी फाउंडेशन
के अध्यक्ष खुद गौतम अडानी है उनके द्वारा किया गया सामाजिक कार्य गुजरात महाराष्ट्र राजस्थान हिमाचल प्रदेश छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश ओडिशा में होता है।
- कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में गौतम अदानी ग्रुप में पीएम केयर्स फंड में 100 करोड़ रुपए दान किए थे।
- गुजरात सरकार के सीएम रिलीफ फंड में 5 करोड़ रुपए दान किए।
- महाराष्ट्र सरकार के सीएम रिलीफ फंड में एक करोड़ दान किए थे।
- जब कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की भारी कमी थी थी। तब गौतम अडानी नहीं सरकार को लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था।
- गौतम अडानी के फाउंडेशन में में कोरोना के समय लोगों को राशन और जीवन जुनूनियत वस्तु की बातें थी।
- अदानी फाउंडेशन मुख्य तीन चार क्षेत्रों में कार्य करती है
● ग्रामीण विकास
● शिक्षा
● चिकित्सा सहायक
● धार्मिक पहल
गौतम अडानी से जुड़े विवाद
कहते हैं हर प्रसिद्ध व्यक्ति के ऊपर छींटे तो होते ही हैं कुछ चीजें गौतम अडानी पर भी लगे हैं। अब वह कितना सच है
या मुझे नहीं पता।
● गौतम अडानी पर ऐसा आरोप लगता है कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को चुनाव जिताने में आर्थिक मदद की है। साथ में कुछ लोगों का मानना है कि नरेंद्र मोदी की नीतियां गौतम अडानी के पक्ष में ही होती है।
● 1999 में अंडरवर्ल्ड डॉन असीम इब्राहिम ने गौतम अडानी का अपहरण किया और फिरौती में ती3न करोड़ की रकम लेकर छोड़ दिया अब यहां विवाद की बात यह है की अपहरण के मुख्य कारण क्या थे। इसकी पुष्टि नहीं हुई।
● ऑस्ट्रेलिया में एक कोयला टेंडर पास हुआ जिसमें गौतम अडानी ने 16.6 अरब डॉलर में खरीदा। ऑस्ट्रेलिया के पर्यावरण विशेषज्ञों का यह मानना है कि अगर यह कोयले की खदान शुरू हुई तो ऑस्ट्रेलिया में भारी पोलूशन होगा। जिसकी वजह से कोयला खदान बंद करने की मांग हो रही है। अतः इस कोयला खदान और गौतम अडानी पर विवाद चल रहा है।
गौतम अडानी के सुविचार
गौतम अडानी ने अपने वक्तव्य में कहा कि “मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है इसके लिए मैं किसी भी पार्टी
से नहीं जुड़ा पर राजनीति के लोग मेरे अच्छे मित्र हैं”।
“यदि आपने अच्छा पैसा नहीं कमाया तो कुछ नहीं कमाया पैसे से पैसा पैदा होता है, रुपया से रुपया और करोड़ से करोड़”
“अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो आलस्य छोड़ दो।”
“जीवन त्याग है। त्याग ही जीवन है।”
“मुझे खलनायक पसंद हैं क्योंकि एक प्रतिबद्ध व्यक्ति के बारे में कुछ इतना आकर्षक है – उनके पास एक योजना है, एक विचारधारा है, चाहे वह कितना भी विकृत क्यों न हो। वे प्रेरित हैं।”
गौतम अडानी को दिए गए अवार्ड
2014 में गौतम अडानी को ग्रीनटेक सीएसआर अवार्ड से सम्मानित किया गया
उम्मीद है कि आपको गौतम अडानी की बायोग्राफी पसंद आई होगी हमने गौतम अडानी के जीवन के विषय में हर एक पहलुओं के ऊपर चर्चा की आप अपनी राय हमें कमेंट करके जरूर दीजिए