Abhilash tomi

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कौन हैं कमांडर अभिलाष 
कमांडर अभिलाष टोमी भारतीय नौसेना में कमांडर हैं। मूल रूप से मुंबई के रहने वाले अभिलाष ने गोवा यूनिवर्सिटी से साइंस में बैचलर की डिग्री ली है। 2000 में वह नौसेना में भर्ती हुए और 18 साल से वे भारतीय नौसेना के साथ हैं। सेना में कमांडर होने के आलावा अभिलाष रेकॉन पायलट और नाविक भी हैं। उन्होंने अकेले समुद्र मार्ग से पूरी दुनिया का चक्कर लगाया है। वह कीर्ति चक्र से सम्मानित हैं और दुनियाभर के कई संस्थानों में मोटिवेशनल व्याख्यान भी देते हैं।

 

भारतीय नौसेना के जवान और गोल्डन ग्लोब रेस + के भारतीय प्रतिनिधि कमांडर अभिलाष टोमी को सुरक्षित निकाल लिया गया है। गोल्डन ग्लोब रेस में हिस्सा लेने के दौरान अभिलाष दक्षिणी हिंद महासागर के आसपास बीच रास्ते में तूफान के चलते घायल हो गए थे। अभिलाष को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय नौसेना के आईएनएस सतपुड़ा और ऑस्ट्रेलियाई नेवी दल ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया था। कमांडर फिलहाल सचेत स्थिति में हैं और उन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट दी जा रही है।

कमांडर अभिलाष ने संपर्क होने पर बताया था कि वह चोटिल है और उन्होंने अपने लिए एक स्ट्रेचर की भी मांग की थी। गोल्डन ग्लोब रेस नौका दौड़ प्रतियोगिता होती है और इसमें दुनिया भर के मशहूर नाविक हिस्सा लेते हैं। इस साल यह प्रतियोगिता 1 जुलाई को फ्रांस से शुरू हुई थी। कमांडर अभिलाष की सुरक्षित वापसी के लिए दुनियाभर में प्रार्थना हो रही थी।

गोल्डन ग्लोब रेस में स्वदेश निर्मित नौकायन पोत एस वी थुरिया पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे कमांडर टोमी को शुक्रवार को कमर में चोट लग गई थी। कमांडर अभिलाष जब 14 मीटर ऊंची लहरों वाले खतरनाक तूफान में उनके पोत का मस्तूल टूट गया था। सैन्य प्रवक्ता ने एक विज्ञप्ति में ऑस्ट्रेलियाई संयुक्त बचाव समन्वय केंद्र (जेआरसीसी) के हवाले से कहा, ‘कमांडर अभिलाष संदेशों के माध्यम से फ्रांस + में रेस कंट्रोल के साथ संपर्क में हैं। रेस कंट्रोल जेआरसीसी ऑस्ट्रेलिया को संदेश प्रसारित कर रहा है। उन्होंने एक स्ट्रेचर का आग्रह किया है क्योंकि वह खुद से चल पाने में समर्थ नहीं हैं।’

पढ़ें: कमांडर अभिलाष टोमी को ढूंढ़ने को नौसेना और ऑस्ट्रेलिया दल का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू 

दूसरे प्रतिभागी एस वी हानले एनर्जी एंडुरेंस भी एस वी थुरिया की तरफ बढ़ रहे हैं। हालांकि, इस पोत को खुद भी बहुत नुकसान पहुंचा है। मछली पकड़ने में इस्तेमाल होने वाला ऑस्ट्रेलियाई + पोत ओशिरिस भी उस स्थान की तरफ बढ़ रहा है जहां टोमी फंसे हुए हैं। इसमें बताया गया कि ओशिरिस में एक चिकित्सा अधिकारी सवार हैं और उसमें एक बिस्तर वाला अस्पताल भी मौजूद है। एक रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी शिप भी वहां के लिए रवाना होगा और वह चार से पांच दिन में वहां पहुंचेगा।

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर कहा, ‘राहत की सांस महसूस कर रही हूं। कमांडर अभिलाष टोमी को फ्रेंच फिशिंग जहाज के जरिए सुरक्षित निकाल लिया गया है। वह सचेत हैं और अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्हें निकट के एक टापू पर ले जाकर शुरुआती मेडिकल सुविधा दी जा रही है। आईएनएस सतपुड़ा का दल जल्द ही मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए मॉरिशस ले जाएगा।’

कमांडर अभिलाष का गोल्डन ग्लोब रेस में हिस्सा ले रहे थे और पर्थ से कुछ दूरी दक्षिणी हिंद महासागर + में उनके जहाज का संपर्क टूट गया था। कमांडर अभिलाष इससे पहले भी एक बार बिना रुके दुनिया का चक्कर लगा चुके हैं। उन्हें इस रेस में हिस्सा लेने के लिए विशेष सदस्य के तौर पर आमंत्रित किया गया है।

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