एक समय नामी दार्शनिक कन्फयूशियस से मिलने एक व्यक्ति आया। वह उनसे काफी देर तक बात करता रहा। आखिर में उसने पूछा, ‘यह बताइये कि दीर्घजीवी कौन होता है?’ कन्फयूशियस थोड़ा मुस्कुराए। कहा, ‘जरा उठकर मेरे पास आइये।’
वह आये, तो कन्फयूशियस ने कहा, ‘जरा देखिए मेरे मुंह में जीभ है या नहीं?’ कन्फयूशियस ने मुंह खोला। व्यक्ति ने झांककर देखा और कहा, ‘हां, जीभ तो है।’ कन्फयूशियस ने फिर कहा, ‘अच्छा, अब देखो कि दांत हैं या नहीं।’ उसने फिर झुककर देखा और कहा, ‘हां, दांत भी हैं।’ कन्फयूशियस ने कहा, ‘जीभ तो दांतों से पहले पैदा हुई थी। उसे दांतों से पहले जाना चाहिए। ऐसे क्यों हुआ?’ व्यक्ति बोला, ‘मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा।’ कन्फयूशस बोले, ‘जीभ कोमल है, दांत कठोर। जिसमें लचीलापन होता है वह अधिक समय तक जीता है।’