केदारनाथ सिंह नई कविता के प्रसिद्ध कवि हैं। (तीसरा सप्तक’ में इनकीः
कविताएँ अज्ञेय ने शामित्र की थीं। तब से इनका निरन्तर विकास होता रहा।
इनका जन्य उत्तरप्रदेश के बलिया जिले में सन् 1932 ई० में एक किसान
परिवार में हुआ । शिक्षा उदयप्रताप कॉलेज और काशी:हिदू विश्वविद्यालय,
बनारस में पाई । एम० ए० करने के बाद वहीं से प्री०-एच०डी० की उपाधि
भी प्राप्त की । गोरखपुर विश्वविद्यालय के अन्तर्गत पड़रौना मह्यविद्यालय में
अनेक वर्षों तक प्राध्यापक रहे । वहीं से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय,
दिल्ली गये और सम्रति.वहाँ प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं ।
केदारनाथ सिंह की प्रमुख प्रकाशित कृतियाँ हैं“ अभी बिलकुल अभी,
जमीन पक रही है’, यहाँ से देखो” (कविता) कल्पना और छायावाद’
आधुनिक हिन्दी कविता में बिग्ब विधान का विकास” (आलोचना) आदि ।
कविता के लिए इन्हें साहित्य अकादमी का पुरस्कार ग्रात्त हुआ है ।