HINDI
वह कहता था, वह सुनती थी – शरद कोकास
वह कहता था, वह सुनती थी शरद कोकास वह कहता था, वह सुनती थी, जारी था एक खेल कहने-सुनने ...
क्या हूँ मैं तुम्हारे लिए -निर्मला पुतुल
क्या हूँ मैं तुम्हारे लिए – हिंदी कविता निर्मला पुतुल क्या हूँ मैं तुम्हारे लिए…? एक तकिया कि कहीं से ...
हम सब सुमन एक उपवन के – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
हम सब सुमन एक उपवन के – हिंदी कविता द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी हम सब सुमन एक उपवन के एक ...
पुनः नया निर्माण करो- द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
पुनः नया निर्माण करो – हिंदी कविता द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी उठो धरा के अमर सपूतो पुनः नया निर्माण करो। ...
मूलमंत्र कविता – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
मूलमंत्र – कविता द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी केवल मन के चाहे से ही मनचाही होती नहीं किसी की। बिना चले कब ...
आदमी की सबसे अच्छी नस्ल युद्धों में नष्ट हो गई
आदमी की सबसे अच्छी नस्ल युद्धों में नष्ट हो गई हिंदी कविता – सुदामा पाण्डेय “धूमिल “ बुद्ध की ...
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाये-निदा फ़ाज़ली
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाये-निदा फ़ाज़ली अपना ग़म लेके कहीं और न जाया जाये घर में बिखरी हुई ...
दिल मिले या न मिले हाथ मिलाए रहिए – निदा फ़ाज़ली
दिल मिले या न मिले हाथ मिलाए रहिए – निदा फ़ाज़ली बात कम कीजे ज़ेहानत को छुपाए रहिए अजनबी ...
फ़र्ज़ करो / इब्ने इंशा
फ़र्ज़ करो इब्ने इंशा फ़र्ज़ करो हम अहले वफ़ा हों, फ़र्ज़ करो दीवाने हों फ़र्ज़ करो ये दोनों बातें ...
इक बार कहो तुम मेरी हो – इब्ने इंशा
इक बार कहो तुम मेरी हो इब्ने इंशा हम घूम चुके बस्ती-बन में इक आस का फाँस लिए मन ...