hindi kavita
US PAR NA JANE KYA HOGA -HARIvANSH RAI BACHCHAN
उस पार (हिंदी कविता ) – हरिवंश राय बच्चन इस पार, प्रिये मधु है तुम हो, उस पार न जाने ...
कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी – कफ़ील आज़र अमरोहवी
कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी – कफ़ील आज़र अमरोहवी कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी कब तलक स्कूल के ...
ऐ वतन याद है किसने तुझे आजाद किया – जानकी वल्लभ शास्त्री
ऐ वतन याद है किसने तुझे आजाद किया जानकी वल्लभ शास्त्री ऐ वतन याद है किसने तुझे आज़ाद किया ? ...
बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली
बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी ...
इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है-द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है। द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी देखो इस सारी दुनिया को एक दृष्टि से ...
नर हो न निराश करो मन को मैथिलीशरण गुप्त
नर हो न निराश करो मन को मैथिलीशरण गुप्त (MAITHILI SHARAN GUPT) कुछ काम करो, कुछ काम करो जग ...
GULABI CHUDIYA-NAGARJUN
गुलाबी चूड़ियाँ नागार्जुन जब भी कभी नागार्जुन जी का नाम दिमाग में आया सबसे पहले गुलाबी चूड़ियाँ ही याद आई ...
नर हो न निराश करो मन को – मैथिलीशरण गुप्त
नर हो, न निराश करो मन को मैथिलीशरण गुप्त (MAITHILI SHARAN GUPT) कुछ काम करो, कुछ काम करो जग ...
KABHI YU BHI AA-BASHIR BADRA
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में के मेरी नज़र को ख़बर न हो बशीर बद्र (BASHIR BADR) कभी यूँ ...
VEERO KA KAISA HO VASANT-SUBHADRA KUMARI CHAUHAN
वीरों का हो कैसा वसन्त सुभद्रा कुमारी चौहान (SUBHADRA KUMARI CHAUHAN) आ रही हिमालय से पुकार है उदधि गरजता बार ...