hindi kavita

US PAR NA JANE KYA HOGA -HARIvANSH RAI BACHCHAN

Amit Kumar Sachin

उस पार (हिंदी कविता ) – हरिवंश राय बच्चन  इस पार, प्रिये मधु है तुम हो, उस पार न जाने ...

कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी  – कफ़ील आज़र अमरोहवी

Amit Kumar Sachin

कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी – कफ़ील आज़र अमरोहवी   कब तलक ख़्वाबों से धोका खाओगी कब तलक स्कूल के ...

ऐ वतन याद है किसने तुझे आजाद किया – जानकी वल्लभ शास्त्री

Amit Kumar Sachin

ऐ वतन याद है किसने तुझे आजाद किया जानकी वल्लभ शास्त्री ऐ वतन याद है किसने तुझे आज़ाद किया ? ...

बेसन की सोंधी रोटी पर  खट्टी चटनी जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली

Amit Kumar Sachin

बेसन की सोंधी रोटी पर  खट्टी चटनी जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली   बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी ...

इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है-द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

Amit Kumar Sachin

इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है। द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी   देखो इस सारी दुनिया को एक दृष्टि से ...

नर हो न निराश करो मन को मैथिलीशरण गुप्त

Amit Kumar Sachin

नर हो न निराश करो मन को मैथिलीशरण गुप्त (MAITHILI SHARAN GUPT)   कुछ काम करो, कुछ काम करो जग ...

GULABI CHUDIYA-NAGARJUN

Amit Kumar Sachin

गुलाबी चूड़ियाँ नागार्जुन जब भी कभी नागार्जुन जी का नाम दिमाग में आया सबसे पहले गुलाबी चूड़ियाँ ही याद आई ...

नर हो न निराश करो मन को – मैथिलीशरण गुप्त

Amit Kumar Sachin

नर हो, न निराश करो मन को  मैथिलीशरण गुप्त (MAITHILI SHARAN GUPT)   कुछ काम करो, कुछ काम करो जग ...

KABHI YU BHI AA-BASHIR BADRA

Amit Kumar Sachin

कभी यूँ भी आ मेरी आँख में के मेरी नज़र को ख़बर न हो बशीर बद्र (BASHIR BADR) कभी यूँ ...

VEERO KA KAISA HO VASANT-SUBHADRA KUMARI CHAUHAN

Amit Kumar Sachin

वीरों का हो कैसा वसन्त सुभद्रा कुमारी चौहान (SUBHADRA KUMARI CHAUHAN) आ रही हिमालय से पुकार है उदधि गरजता बार ...

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