LILLY SINGH BIOGRAPHY IN HINDI

Amit Kumar Sachin

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लिली सिंह

( यू-ट्यूबसेलिब्रिटी,कॉमेडियन )

 
उन दिनों मैं डिप्रेशन से लड़ रही थी। 
अपने मन की खुशी के लिए कुछ कॉमेडी वीडियो बनाए।
 नहीं पता था कि यू-ट्यूब में इतनी कामयाबी और शोहरत मिल जाएगी।
 अगर मम्मी-पापा साथ नहीं देते, 
तो मैं यह मुकाम कभी हासिल नहीं कर पाती।
लिली के माता-पिता पंजाब के रहने वाले थे। कनाडा में बस गए। ओनटेरियो सिटी में जन्मी लिली को माता-पिता से भारतीय संस्कार मिले। आम हिन्दुस्तानी परिवार की तरह मां चाहती थीं कि बेटी पढ़ाई के साथ-साथ घर के कामकाज भी सीखे। उन्हें व उनकी बड़ी बहन को हिदायत थी कि वे स्कूल के बाद सीधे घर आएं। देर शाम दोस्तों के संग की इजाजत बिल्कुल नहीं थी। पापा चाहते थे कि स्नातक के बाद वह मनोविज्ञान में मास्टर्स करें और टीचिंग लाइन में जाएं।
बात 2009 की है। उनका मन पढ़ाई से उचटने लगा। वह अनमनी सी रहने लगीं। दोस्तों के संग घूमना बंद हो गया। आए दिन मॉल में शॉपिंग के लिए जिद करने वाली लड़की अचानक अपने कमरे में कैद होकर रह गई। मां परेशान थीं कि यह क्या हो गया लाडली को? जब मम्मी पूछतीं- क्या हुआ बेटा, तो लिली उनके गले से लिपटकर रो पड़तीं। फि र डॉक्टर ने बताया कि बेटी डिप्रेशन में है। इलाज शुरू हुआ।
करीब एक साल लगा डिप्रेशन से बाहर आने में। लिली बताती हैं- मुङो सुबह उठना अच्छा नहीं लगता था। दोस्तों के फोन उठाने बंद कर दिए मैंने। मन में डरावने ख्याल आते थे। लगता था, मैं बेकार में जी रही हूं। मैंने खाना-पीना भी छोड़ दिया था।लिली जानती थीं कि डिप्रेशन से बाहर आने के लिए खुश रहना जरूरी है। जिंदगी उन्हें नीरस लगने लगी थी, पर बचपन की यादें बेहद खुशनुमा थीं। स्कूल के दिन याद आने लगे, जब वह अपनी नादानियों से मम्मी को खूब परेशान करती थीं और मम्मी खीझकर डांट लगाती थीं। पुराने दिनों को याद करके उन्हें खूब हंसी आती। उन यादों ने डिप्रेशन से बाहर आने में काफी मदद की।
तब उन्होंने सोचा कि क्यों न खूबसूरत यादों को सहेजकर वीडियो बनाया जाए। शुरुआत में कुछ बातें यूं ही मोबाइल पर रिकॉर्ड कर ली। अपने वीडियो देखकर खूब हंसी आई। पहली बार एहसास हुआ कि वह तो अच्छी कॉमेडी कर लेती हैं। फिर ख्याल आया कि क्यों न इस तरह के वीडियो बनाकर दूसरों को भी हंसाया जाए।उन्होंने पापा से कहा, मैं यू-ट्यूब के लिए कॉमेडी वीडियो बनाना चाहती हूं। पापा को यह आइडिया कुछ ठीक नहीं लगा। उनका जवाब था, समय बरबाद करने से बेहतर है कि तुम मास्टर्स की पढ़ाई पूरी करो।
पिता सुखविंदर सिंह बताते हैं- लिली ने मुझसे कहा कि पापा, बस मुङो एक साल की मोहलत दीजिए। अगर मैं यू-ट्यूब पर सफल नहीं हुई, तो वापस यूनिवर्सिटी जाकर पढ़ाई शुरू कर दूंगी। मुङो लगा, बेटी की खुशी के लिए उसे एक मौका देना चाहिए।
 अक्तूबर, 2010 में लिली ने सुपर वुमेन नाम से यू-ट्यूब पर चैनल शुरू किया। उनके कॉमेडी वीडियो हिट हो गए। इस वीडियो में तीन किरदार हैं। एक किशोर लड़की और उसके मम्मी-पापा। तीनों किरदार में लिली अलग-अलग अंदाज में नजर आती हैं। जहां किशोरी की भूमिका में उनका अंदाज बिंदास और अल्लहड़ है, वहीं मम्मी-पापा के किरदार में ठेठ पंजाबीपन झलकता है। तीनों के बीच होने वाली दिलचस्प नोक-झोंक ने दर्शकों को खूब हंसाया।
 लिली कहती हैं- मेरा मकसद किसी के माता-पिता का मजाक उड़ाना नहीं है। मैं तो माता-पिता व किशोर बच्चों के बीच होने वाले प्यार भरे झगड़ों को दिलचस्प अंदाज में पेश करती हूं, ताकि लोगों को हंसी आए। ऐसी नोक-झोंक दुनिया के हर घर में होती है।
उनके वीडियो कनाडा, अमेरिका, जर्मनी, भारत समेत पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। चैनल पर दर्शकों की संख्या लाखों-करोड़ों में पहुंच गई। सब्सक्राइबर संख्या भी तेजी से बढ़ने लगी। वह दुनिया के टॉप यू-ट्यूबर में शुमार होने लगीं।
उन्हें दक्षिण एशिया की पहली यू-ट्यूब कॉमेडियन होने का तमगा मिला। आज उनके चैनल पर करीब एक करोड़, दस लाख सब्सक्राइबर हैं। उनकी कमाई भी करोड़ों में है। यू-ट्यूब पर मशहूर होने के बाद उन्होंने सोचा कि क्यों न पूरी दुनिया के सामने यह बात साझा की जाए कि वह डिप्रेशन का शिकार रही हैं। मगर मन में हिचक थी। आज भी हमारे समाज में मानसिक बीमारियों को लेकर बहुत सी गलतफहमियां हैं। लोगों को लगता है कि अगर रिश्तेदार व पड़ोसियों को यह बात पता चली कि कोई लड़का या लड़की डिप्रेशन से पीड़ित है, तो वे उसे पागल समङोंगे।
 मगर लिली ने हिम्मत दिखाई। एक वीडियो जारी करके उन्होंने खुलासा किया कि वह डिप्रेशन की शिकार रही हैं, पर अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मानसिक बीमारियों का इलाज कराएं। इस वीडियो को शुरू में ही करीब 50 लाख लोगों ने देखा और उन्हें शुक्रिया कहा।
लिली बताती हैं, सबके सामने डिप्रेशन की बात स्वीकार करना मुश्किल था। पर मुङो लगा कि शायद मेरी कहानी सुनकर समाज में डिप्रेशन जैसी बीमारी को लेकर भ्रम दूर हो सकेगा। साल 2015 में यूनीकॉर्न कार्यक्रम के साथ वह विश्व भ्रमण पर निकलीं। तमाम देशों में स्टेज शो किए। इस विश्व भ्रमण पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनी, जो हिट रही।
2016 में फोर्ब्स ने उन्हें यू-ट्यूब पर सबसे अधिक कमाई वाली सेलिब्रिटी में शामिल किया। हाल में उनकी किताब- हाउ टु बी ए बावसे, ए गाइड टु कॉन्क्वेरिंग लाइफ रिलीज हुई, जो चर्चा में है।
VIA- HINDUSTAN PAPER
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